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मोकामा : खपेगी ताकत रामबली सिंह की भी

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राहुल कुमार सिंह
05 जुलाई, 2022

MOKAMA (Patna) : कभी कुख्यात रहे रामबली सिंह (Rambali Singh) के रिश्तेदार रौशन भारद्वाज की भी चुनावी महत्वाकांक्षा उफना रही है. रामबली सिंह दारोगा महेन्द्र सिंह (Daroga Mahendra Singh) हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त हैं. वार्ड संख्या-2 से मोकामा नगर परिषद (Nagar Parishad) के वार्ड पार्षद हैं. 2007 में भी वह इस वार्ड से निर्वाचित हुए थे. स्थानीय लोग बताते हैं कि इस बार अध्यक्ष पद के चुनाव की बाबत उन्होंने खुले तौर पर रौशन भारद्वाज के अभियान की कमान संभाल रखी है. रौशन भारद्वाज (Raushan Bhardwaj) की समाज में अच्छी छवि है. सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी रहती है. जरूरतमंद बच्चों को पढ़ने-लिखने में भी वह मदद करते हैं.


नगर परिषद के चुनाव  के संदर्भ में उन्होंने जानकारी दी कि प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है. 23 जून तक मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जायेगा. चुनाव जब हो, किस्मत आजमाने वाले लोग कमर कस रहे हैं. परिणाम क्या निकलेगा, यह वक्त के गर्भ में है. आम लोगों में यह आशंका जगह बना रही है कि इस चुनाव के रास्ते मोकामा कहीं दो दशकीय दहशत वाले दौर में तो नहीं लौट जायेगा?


नेताओं की भी दिख रही रुचि
एक और महत्वपूर्ण नाम शंभुनाथ दास (Shambhunath Das) का चर्चा में है. पूर्व में वह दस वर्षों तक वार्ड संख्या-1 के वार्ड पार्षद रहे हैं. इस बार उन्होंने अध्यक्ष के पद पर नजर जमा रखी है. चुनाव की बाबत विभिन्न राजनीतिक नेता भी भूमिका निभा रहे हैं. राजद (RJD) के प्रदेश सचिव युगल किशोर साव (Yugal Kishor Saw) पिछड़ों को गोलबंद करने में जुटे हैं. समर्थकों का दावा है कि समाज के सभी वर्गों में उनकी पैठ है. इस चुनाव में वार्ड संख्या-1 पर सबकी नजर रहेगी. बाहुबली दानिश सिंह (Danish Singh) अभी वहां के वार्ड पार्षद हैं. इस बार प्रह्लाद कुमार (Prahlad Kumar) के चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो जा सकता है.

कठघरे में कार्यपालक पदाधिकारी
यादव समाज के प्रह्लाद कुमार (Prahlad Kumar) ने अभी से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कुछ पूर्व वार्ड पार्षद, जो इस बार भी मैदान में उतरेंगे, पिछली हार का ठीकरा मोकामा नगर परिषद (Mokama Nagar Parishad) के कार्यपालक पदाधिकारी  पर फोड़ रहे हैं. उनका आरोप है कि गंदी बस्ती योजना के तहत बने 1950 मकानों की अंतिम किस्त का 38 हजार 500 रुपया पिछले पांच वर्षों में नहीं मिला है. पूर्व वार्ड पार्षद श्याम पासवान (Shyam Paswan), रंजीत सिंह (Ranjit Singh) इत्यादि ने कार्यपालक पदाधिकारी को कठघरे में खड़ा किया है.


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जगह बना रही आशंका
हालांकि, यह मामला पूर्व के कार्यपालक पदाधिकारी के समय का है. वर्तमान में मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) कार्यपालक पदाधिकारी हैं. इस संदर्भ में उनका कहना रहा कि वह एक साल से यहां के प्रभार में हैं. उक्त पैसा पांच साल पूर्व ही रोक दिया गया था. नगर परिषद के चुनाव (Election) के संदर्भ में उन्होंने जानकारी दी कि प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है. 23 जून तक मतदाता सूची (Voter List) का प्रकाशन कर दिया जायेगा. चुनाव जब हो, किस्मत आजमाने वाले लोग कमर कस रहे हैं. परिणाम (Result) क्या निकलेगा, यह वक्त के गर्भ में है. आम लोगों में यह आशंका जगह बना रही है कि इस चुनाव (Election) के रास्ते मोकामा (Mokama) कहीं दो दशकीय दहशत वाले दौर में तो नहीं लौट जायेगा?

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