तापमान लाइव

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

बांट रहा राजद उम्मीदवारी का आश्वासन!

शेयर करें:

मुकेश कुमार
17 अप्रैल 2024
Jamui : लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण का जोश उफान पर है. एनडीए (NDA) के अभियान में सुस्ती जगह बनाये हुए है तो महागठबंधन (grand alliance) , विशेष कर राजद (RJD) के अभियान में कुछ अधिक आक्रामकता दिख रही है. राजद क्या-क्या कह और कर रहा है, इस आलेख में उसकी चर्चा की जा रही है. विशेष तौर पर जमुई संसदीय (jamui parliamentary) क्षेत्र की. राजद के अघोषित सुप्रीमो तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Prasad Yadav) जमुई संसदीय क्षेत्र में कुछ ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं. क्षेत्र के लोग चकित हैं कि उनका चुनावी हेलिकॉप्टर बार- बार वहां क्यों उतर रहा है. तेजस्वी प्रसाद यादव ऐसा लोजपा-आर सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) को चिढ़ाने व चिंता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं या अपनी पार्टी की मुखर प्रत्याशी अर्चना रविदास (Archana Ravidas) को चिंता मुक्त करने के लिए, यह उनके सिवा दूसरा शायद ही कोई बता सकता है.

साध रहे एक साथ कई लक्ष्य
लोग कहते हैं कि तेजस्वी प्रसाद यादव की चिंता में अर्चना रविदास के मुंगेर निवासी पति अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव (Avinash Kumar Vidyarthi alias Mukesh Yadav) का भविष्य भी है. सचमुच ऐसा है तो इस चुनाव में वह एक साथ कई लक्ष्य साध रहे हैं. चिराग पासवान इस वजह से तेजस्वी प्रसाद यादव के लक्ष्य में हैं कि जमुई क्षेत्र से उनके बहनोई अरुण भारती (Arun Bharti) चुनाव लड़ रहे हैं. एनडीए से लोजपा-आर के उम्मीदवार हैं. इस क्षेत्र से चिराग पासवान चुनाव लड़ते थे. 2014 और 2019 में निर्वाचित हुए थे. इस बार चाचा पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) की आह भरे हाजीपुर संसदीय क्षेत्र (Hajipur parliamentary constituency) से किस्मत आजमा रहे हैं.

राजद में गये अजय प्रताप
बात अब जमुई की. अर्चना रविदास की जीत के लिए तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके सिपहसालारों ने जो राजनीतिक रणनीति बना रखी है वह तो अपनी जगह है ही, कामयाबी की गारंटी के लिए लोकसभा चुनाव की परवान चढ़ रही सरगर्मियों के बीच 2025 के विधानसभा चुनाव की उम्मीदवारी का आश्वासन भी बांट रहे हैं ! राजनीतिक हलकों की चर्चाओं पर विश्वास करें तो जमुई के क्षत्रिय समाज के पूर्व भाजपा विधायक अजय प्रताप (Former BJP MLA Ajay Pratap) का धारा के विपरीत राजद से जुड़ाव उम्मीदवारी के आश्वासन पर ही हुआ है. उसी जमुई से उम्मीदवारी जहां से पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव (Jaiprakash Narayan Yadav) के भाई पूर्व मंत्री विजय प्रकाश (Vijay Prakash) राजद से चुनाव लड़ते हैं.


ये भी पढ़ें :

बिगाड़ न दे खेलआक्रामकता…!

हूनर देखिये उनकी कमा रहे हैं लहर गिनकर…!

दूना हो गया बल… दिखने लगे उन्हें दिन में तारे!

गया संसदीय क्षेत्र‌ : खिल पायेगी इस बार मुस्कान?

 


क्या करेंगे तब विजय प्रकाश?
यहां सवाल उठना लाजिमी है कि अजय प्रताप को वाकई ऐसा कोई आश्वासन मिला है तो फिर विजय प्रकाश क्या करेंगे? कंठी – कमंडल उठा किसी आश्रम में भजन गायेंगे? कहा जाता है कि ऐसा ही आश्वासन झाझा के चर्चित चिकित्सक डा. नीरज कुमार साह (Dr. Neeraj Kumar Sah) को मिला है. उम्मीदवारी की चाहत लिये कुछ माह पूर्व वह भाजपा (B J P) से जुड़े थे. जमुई जिला भाजपा के किसी प्रकोष्ठ में सांगठनिक पद संभाल रहे थे. जातीय संगठन तैलिक साहू समाज के वह जमुई जिला अध्यक्ष हैं. समस्तीपुर जिले के मोरवा के राजद विधायक रणविजय साहू (Ranvijay Sahu) इस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हैं. 07 अप्रैल 2024 को रणविजय साहू जमुई आये थे. उनकी अध्यक्षता में हुई तैलिक साहू समाज की बैठक में एनडीए के पक्ष में मतदान नहीं करने का निर्णय किया गया.

कर दी गयी उपेक्षा
हालांकि समाज के बहुसंख्य लोगों ने इस फरमान को मानने से यह कह मना कर दिया कि एनडीए के पक्ष में मतदान नहीं करने का निर्णय उनका व्यक्तिगत है, समाज का नहीं. वैसे, कहा जाता है कि इस निर्णय के पीछे डा. नीरज कुमार साह को मिले झाझा विधानसभा क्षेत्र से राजद की उम्मीदवारी के आश्वासन की बड़ी भूमिका थी. आश्वासन तेजस्वी प्रसाद यादव ने दिया या रणविजय साहू ने, यह कहना कठिन. पर, इस आशय की चर्चा को झाझा से राजद के उम्मीदवार रहे राजेन्द्र यादव (Rajendra Yadav) को तेजस्वी प्रसाद यादव की चुनावी सभा से दूर रखने से बल मिला. सभा मंच पर तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ झाझा नगर पंचायत के अध्यक्ष संजय यादव और दबंग छवि के उनके भाई गुड्डू यादव चहलकदमी करते दिखे. राजेन्द्र यादव को यह चुभ गया. ऐसा स्वभाविक भी था. इस चुभन का चुनाव पर असर किस रूप में और कितना पड़ता है यह वक्त बतायेगा. जो हो, न उम्मीदवारी का आश्वासन बांटने वाले उक्त बातों की पुष्टि करेंगे और न आश्वासन पाने वाले.

#tapmanlive

अपनी राय दें